ब्लॉग मित्र मंडली

10/11/12

काल कलुष का आ गया , हुआ तिमिर का नाश!

ॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमः

आई है दीपावली , कर' अनुपम शृंगार !
छत-दीवारें खिल गईं , सज गए आंगन-द्वार !!
सजे शहर भी, गांव भी , घर - गलियां- बाज़ार !
शुभ दीवाली कर रही, शुभ सपने साकार !!
बिखरीं उज्ज्वल रश्मियां , ले'कर दिव्य उजास !
धरती उत्सव में मगन , मुदित-मुदित आकाश !!
दीयों ने मिल कर किया, आज सघन आलोक !
      वैभव यश भू का निरख' सकुचाए सुरलोक!!     
काल कलुष का आ गया , हुआ तिमिर का नाश!
प्रकट हुआ हर इक दिशा , ज्योतित शुभ्र प्रकाश !!
सकल सृष्टि मुसका रही, विहंसे दीप करोड़ !
आज अमा की रैन भी, लगे सुनहरी भोर !!
दीप प्रज्ज्वलित दिशि दसों ,तमदल शिथिल हताश!
नन्हे दीपक कर रहे , कल्मष का उपहास!!
मुक्त हृदय धरती हंसे, मुसकाए आकाश !
व्यथा, निराशा अब कहां? कण-कण व्याप्त सुहास !!
पूर्णचंद्रमा-से लगें , मृदा-दीप सब आज !
यत्र तत्र सर्वत्र है , उजियारे का राज !!
पूनम-रजनी से करे , अमा स्पर्धा-भान!
निज छबि पर रींझे स्वयं, करे गर्व-अभिमान !!
दीवाली की रात को , तारे हुए उदास!
नन्हे दीयों ने किया भू पर शुभ्र उजास !!
गांव-नगर जगमग हुए ; ख़ुशियां चारों ओर !
प्राण-पपीहा झूमता ; मन नाचे बन' मोर !!
दीवाली पर हो गई , धरा स्वयंभू स्वर्ग!
स्वतः किया दारिद्र्य ने , दुख ने निज उत्सर्ग !!
हृदय प्रफुल्लित मगन है, मन आनन्द-विभोर !
पुलकित-हर्षित आतमा , सुख ही सुख चहुंओर !!
देव प्रसन्न , प्रसन्न हैं धरती पर इंसान !
दीवाली मंगलमयी ! शुभ सुखकर वरदान !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
ॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमः

धनतेरसरूपचतुर्दशीदीवालीगोवर्धनपूजनभाईदूज
की
शुभकामनाएं !बधाइयां !मंगलकामनाएं !
ॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमःॐश्रीमहालक्ष्मयेनमः

37 टिप्‍पणियां:

ऋता शेखर 'मधु' ने कहा…

वाह!! क्या खूब सजाया है..
.दीपावली की रौनक खूब निखर रही है...
माँ लक्ष्मी दोनों हाथों से गिन्नियाँ लुटा रही हैं...
हम भी झोली भरने जा रहे हैं:)...
पंचदिवसीय त्योहार की हार्दिक शुभकामनाएँ!!

रविकर ने कहा…

जब जब तन उजला जला, बनकर सूत कपास ।

होता जग कल्याण है, बने अन्धेरा दास ।

बने अन्धेरा दास, मगर यह उजली खादी ।

भू-नभ-पाताल, मचाये है बर्बादी ।

सारा जगत अ'धीर, बचाना अब तो हे रब ।

घबरा जाये धीर, मुसीबत आती जब जब ।


ज्यादा हैं वो बत्तियां, जगह जगह पर बलब ।

रहे जुआड़ी हैं मिटा, भैया अपनी तलब ।

भैया अपनी तलब, खलब उनका खुब कसके ।

जब बुद्धि बाम मलब, हार जायेंगे हँस के ।

लक्ष्मी दिया लुटाय, हार कर भागा प्यादा ।

कहाँ जलेंगे दीप, मोमबत्ती ही ज्यादा ।।

डॉ टी एस दराल ने कहा…

दिवाली की तरह हर्ष उल्लास से परिपूर्ण सुन्दर रचना.

घर में सुख समृद्धि वहीँ आती है जहाँ घर की लक्ष्मी का सम्मान होता है.

दिवाली तभी शुभ हो पायेगी
जब प्रदुषण से बचा पायेगी.

बम / पटाखे रहित दिवाली के लिए शुभकामनायें .

अशोक सलूजा ने कहा…

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

आज 10- 11 -12 को आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....

.... आज की वार्ता में ... खुद की तलाश .ब्लॉग 4 वार्ता ... संगीता स्वरूप.

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

वाह बहुत खूबसूरत अंदाज में सजी पोस्ट,,,,,बधाई,,,

दीपावली की हार्दिक बहुत२ शुभकामनाए,,,,
RECENT POST:....आई दिवाली,,,100 वीं पोस्ट,

प्रतिभा सक्सेना ने कहा…

दीपावाली का यह प्रकाशमय संदेश आनन्दित कर गया .
सज्जा बहुत सुन्दर है !
हार्दिक शुभकामनाएँ !

Rajesh Kumari ने कहा…

दीवाली को परिभाषित करते कितने सुन्दर दोहे ब्लॉग की सजावट देखते ही बनती है जिसके मन में जरा सा भी तिमिर का टुकड़ा हो बस आपके ब्लॉग पर आ जाए दिवाली पर हार्दिक बधाई आपको व् आपके सम्पूर्ण परिवार हो

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सबको दीपपर्व की ढेरों शुभकामनायें।

vandana gupta ने कहा…

बहुत खूबसूरत प्रस्तुति
मन के सुन्दर दीप जलाओ******प्रेम रस मे भीग भीग जाओ******हर चेहरे पर नूर खिलाओ******किसी की मासूमियत बचाओ******प्रेम की इक अलख जगाओ******बस यूँ सब दीवाली मनाओ

vandana gupta ने कहा…

बहुत खूबसूरत प्रस्तुति
मन के सुन्दर दीप जलाओ******प्रेम रस मे भीग भीग जाओ******हर चेहरे पर नूर खिलाओ******किसी की मासूमियत बचाओ******प्रेम की इक अलख जगाओ******बस यूँ सब दीवाली मनाओ

Rajesh Kumari ने कहा…

आपको दिवाली की शुभकामनाएं । आपकी इस खूबसूरत प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार 13/11/12 को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आप का हार्दिक स्वागत है

Alpana Verma ने कहा…

हमेशा ही की तरह बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति!
आप की रचनाओं की स्वर में भी प्रस्तुति की आशा रहती है.
आपको भी दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ!

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

बहुत रौशनी है यहाँ ......!!
बस एक दीया चुराया है हमने .....:))
हार्दिक शुभकामनाएं .....!!

वीरेंद्र सिंह ने कहा…

हमेशा की तरह बहुत सुंदर सर जी।।।।।।
आपको भी दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं।

लोकेन्द्र सिंह ने कहा…

राजेंद्र जी आपके ब्लॉग पर तो खूब रौशनी है.. दीपोत्सव की शुभकामनाएं

प्रेम सरोवर ने कहा…

.दीपावली की हार्दिक शुभकामना ।

प्रेम सरोवर ने कहा…

दीपावली की हार्दिक शुभकामना ।

Rachana ने कहा…

AAPKO AUR AAPKE PARIVAR KO IS DEEP PARV KI BAHUT BAHUT SHUBHKAMNAYEN
RACHANA

Unknown ने कहा…

dio ke prakash se aalokit blog aur prastutu,deepotsv ki hardik moobarakbad

Chandrani the Dreams ने कहा…

वाह!! दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

***********************************************
धन वैभव दें लक्ष्मी , सरस्वती दें ज्ञान ।
गणपति जी संकट हरें,मिले नेह सम्मान ।।
***********************************************
दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
***********************************************
अरुण कुमार निगम एवं निगम परिवार
***********************************************

Suman ने कहा…

आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!
bahut bahut aabhar ...

Asha Joglekar ने कहा…

दीयों नें मिल कर कियाआज यहां आलोक
वैभव यश भू का निरख सकुचाए सुर लोक ।

बहुत सुंदर दीपावली सजाई है आपने । चित्रों से और शब्दों से भी । बहुत बधाई आपको दीपावली के पावन अवसर पर ।

वीना श्रीवास्तव ने कहा…

इतनी प्यारी सजावट देखकर मि प्रसन्न हो गया...
आपको और आपके परिवार को असीम शुभ कामनाएं.

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

aapke jagmag karte blog ka jabab nahi:)

पी.एस .भाकुनी ने कहा…

वाह ! दीये तो दीये ! यहाँ तो शब्द भी झिलमिला रहे हैं , वाकई सुंदर प्रस्तुति ! विलम्ब से ही सही , स:परिवार ज्योति पर्व दीपावली की ढेरों बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं स्वीकार कीजियेगा,,

Suman Dubey ने कहा…

राजेन्द्र जी बहुत सुन्दर लेख आप्को भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

Manju Mishra ने कहा…

राजेंद्र जी बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति .... दोहे एवं चित्र दोनों ही एक से बढ़ कर एक हैं।
दीपावली की शुभकामनाओं सहित
सादर
मंजु

Vandana Ramasingh ने कहा…

दोहे और प्रस्तुतिकरण दोनों ही बढ़िया हैं

sushila ने कहा…

एक से एक अनुपम दोहे ! परम आनंद का अहसास कराते ! आपके और आपके परिवार में यह हर्ष और उजास ताउम्र ्कायम रहे !

Poonam Matia ने कहा…

राजेंद्र जी आपके निमंत्रण के लिए आभार .....
खुद को खुशकिस्मत समझती हूँ .जो आपका जगमगाता ब्लॉग देखने -पढने को मिला ..एक से बढकर एक दोहा .... नेत्र ,मन ,मस्तिष्क तृप्त हुए जैसे ....दीपोत्सव पंक्तियों में ही नहीं अपितु प्रेसेंटेशन में भी उजागर हो रहा है .......बहुत बहुत बधाई आपको .....बहुत कुछ सीखना है मुझे अभी .......स्नेह एवं मार्गदर्शन बनाये रखियेगा ....एक रचना उपहार स्वरुप आप सबके लिए
http://khyaalhainpanne.blogspot.in/2012/11/blog-post_12.html.

Markand Dave ने कहा…

दीपावली की हार्दिक शुभकामना । दीपावली की ढेरों बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं स्वीकार कीजियेगा ।

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

भाई राजेन्द्र जी नमस्कार |अद्भुत एनिमेशन के साथ पोस्ट अविस्मरनीय लग रही है |आभार सहित

alka mishra ने कहा…

इतनी जगमग करती रचना ,आज वाकई दिवाली जगमग हो गयी

शारदा अरोरा ने कहा…

vaah , bahut sundar...

Goyal ने कहा…

हार्दिक शुभकामनायें Farewell Quotes in hindiविदाई पर हिंदी में उद्धरण